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भारत में जितनी भूमिका हमारे देश के बॉर्डर में तैनात जवानों की है उतनी ही भूमिका किसानों की भी है, जो दिन-रात मेहनत करके हमारे लिए अनाज उगाते हैं,और ट्रैक्टर का सीधा नाता किसानों से ही है। आज के ज़माने में कहा जाता है की किसान की किसानी तभी सफल कहलाती है जब उसके पास कम से कम एक ट्रैक्टर हो। इस तरह ट्रैक्टर का सीधा नाता किसान से है। आज लगभग देश के हर किसान के घर में एक से दो ट्रैक्टर होते ही हैं, और ट्रैक्टर की संख्या जितनी बढ़ेगी उतनी ही मांग उसके स्पेयर पार्ट्स की भी बढ़ेगी।
कोई भी वाहन हमेशा के लिए बिलकुल ठीक-ठाक नहीं रहता है, एक समय बाद कुछ न कुछ खराबी या उनके पार्ट्स बदलने की नौबत आती ही है, और जो पुर्जे उन्हें बनाते हैं वह और भी जल्दी टूट जाते हैं और यह निश्चित है कि उन टूटे हुए पार्ट्स को बदलना ही पड़ता है। इन्ही सब कारणों से ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस एक बड़ा बिजनेस बन गया है। जो दुनिया भर के बिजनेसमैन को पैसा कमाने में मदद कर रहा है।
यही कारण है कि ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स बिजनेस को इतना आकर्षक और एवरग्रीन बनाता है। यू.एस., कनाडा, जर्मनी, यूके, रूस, चीन, भारत, दक्षिण कोरिया, जापान, इंडोनेशिया, थाईलैंड, ब्राजील, मैक्सिको, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका विश्व स्तर पर प्रमुख ऑटोमोटिव मार्केट हैं।
अगर आप भी अपना नया बिज़नेस शुरू करने का प्लान बना रहें हैं तो आपको बता दे की आपके लिए ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स का बिजनेस उचित विकल्प है